भागलपुर, नवम्बर 8 -- कजरा । एक संवाददाता प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित एक शुभ व्रत है, जो हर माह की त्रयोदशी तिथि को पड़ता है। इस दिन प्रदोष काल में पूजा का महत्व है। आचार्य संजय पाठक ने बताया कि जो साधक इस दिन सच्चे भाव से पूजा-पाठ करते हैं उनके ऊपर भगवान शिव की कृपा सदैव बनी रहती है। वहीं इस दिन शिवलिंग पर कुछ विशेष वस्तुएं अर्पित करने से महादेव जल्द प्रसन्न होते हैं, जिससे भक्तों के धन, दौलत, सुख और समृद्धि में अपार वृद्धि होती है। इस माह प्रदोष व्रत 17 नवंबर को रखा जाएगा।

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