भागलपुर, अगस्त 28 -- लखीसराय, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जिले में नल-जल योजना मृतप्राय होकर रह गई है। घर-घर नल शोभा की वस्तु बन गए हैं। नल बिछाने के नाम पर गांव-गांव, गली-गली की पक्की सड़कों को तोड़ा गया, जो आज तक दुरुस्त नहीं किए गए और शासन-प्रशासन की लापरवाही व भ्रष्टाचार को मुंह चिढ़ा रहे हैं। भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ी इस योजना में करोड़ों रुपये की लूट हुई है। विधायक द्वारा अनुशंसित चापाकल तक जमीनी स्तर पर नहीं मिलते। रख-रखाव के नाम पर भी लूट जारी है। यहां तक कि बाढ़ आपदा के समय भी आम आवाम को स्वच्छ पेयजल नसीब नहीं हो पाया। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने आरोप लगाया है कि बिहार सरकार के मंत्री, विधायक और पूरा सरकारी अमला भ्रष्टाचार की गंगोत्री बहा रहे हैं। शासन-प्रशासन जन समस्याओं के समाधान और कल्याणकारी योजनाओं की भौतिक जांच व मूल्यांकन की जगह ...