लखनऊ, नवम्बर 5 -- परिजनों की मर्जी के बिना प्रेम विवाह करने के चलते एक महिला के अंतिम संस्कार के लिए घर वालों ने दो गज जमीन तक नहीं दी। ससुराल और मायके पक्ष ने किनारा कर लिया। पुलिस मौके पर पहुंची। घंटों पंचायत के बाद भी दोनों पक्ष के लोग राजी नहीं हुए। इस पर एक किसान नेता आगे आए और बेटों की मदद से अपने खेत में अंतिम संस्कार कराया। उत्तरगांव के राधा कृष्ण खेड़ा निवासी रेनू ने गांव के ही आलोक से दो साल पहले प्रेम विवाह किया था। रेनू के मां-बाप की मृत्यु हो चुकी है। भाई अशोक है। आलोक के परिजनों ने भी प्रेम विवाह के चलते नहीं अपनाया तो दोनों हरकंशगढ़ी में किराये के मकान में रहने लगे। सोमवार को रेनू ने एक बच्ची को जन्म दिया। जन्म के साथ ही उसकी मौत हो गई। उसके बाद रेनू की भी हालत बिगड़ गई। पति आलोक उसे लोकबंधु अस्पताल ले गया, जहां से डॉक्टरों...