आरा, मई 12 -- आरा निज प्रतिनिधि शहर के रामलीला मैदान में ब्रज गोपिका सेवा मिशन की ओर से आयोजित 20 दिवसीय प्रवचन शृंखला के 16वें दिन स्वामी युगल शरण जी ने ईश्वर की प्राप्ति के उपाय बताए। उन्होंने मौजूद लोगों के बीच प्रवचन करते हुए कहा कि बताया कि ईश्वर प्राप्ति के लिए तीन मार्ग हैं। यह तीन मार्ग कर्म, ज्ञान और भक्ति है। कर्म मार्ग को जो अपनाते हैं उसे कर्मी, ज्ञान मार्ग को जो अपनाते हैं, उसे ज्ञानी और भक्ति मार्ग को जो अपनाते हैं उसे भक्त कहा जाता है। परंतु वास्तविक लक्ष्य प्राप्ति का तो एक ही मार्ग है, वो है भक्ति मार्ग । कर्मी और ज्ञानी के लिए भक्ति अनिवार्य है । केवल कर्म करने से कर्मी को और आत्मज्ञान होने से ज्ञानी को अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं हो सकता। लक्ष्य प्राप्ति के लिए भक्ति करना ही पड़ेगा। सगुण साकार भगवान की भक्ति करने से कर्मी ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.