बागेश्वर, जुलाई 8 -- गांधीवादी विचारक सरला बहन को उनकी पुण्यतिथि पर भावपूर्वक याद किया। पद्श्री पुरस्कार प्राप्त राधा बहन ने कहा कि कौसानी में लक्ष्माी आश्रम की स्थापना में सरला बहन का बड़ा योगदान है। 1946 में उन्होंने इसकी स्थापनना की। जिसका उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को शिक्षा, आत्मनिर्भर और सश्क्तिकरण प्रदान करना था। उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। मंगलवार को लक्ष्मी आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में सरला बहन के समाधि स्थल में हवन और सर्वधर्म समभाव प्रार्थना का आयोजन किया। पद्मश्री राधा भट्ट ने सरला बहन के सामाजिक योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सरला दीदी ने आश्रम के माध्यम से महिलाओं को सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जागरूक किया और उन्हें स्वावलंबी बनने के लिए प्रेरित किया। पहाड़ की महिलाओं की शिक्षा और हिमालय को बचाने की मुहिम ...