भागलपुर, मई 23 -- लक्ष्मीपुर (नि.स.)। कौन कहता है कि आसमान में सुराग नहीं होता,एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो।उक्त कहावत को प्रखंड के बंगारडीह गांव की ममता कुमारी पिता बृजभूषण प्रसाद सिंह(कुंदन)ने चरितार्थ कर दिखाया।ममता ने ग्रामीण परिवेश में रहकर दूसरे प्रयास में आई आई टी की परीक्षा में 280 बां रैंक लेकर गांव बंगारडीह सहित प्रखंड का नाम रौशन किया।आल इंडिया स्तर की परीक्षा में परचम लहराकर ममता ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी।साथ ही यह साबित कर दिया कि इरादा मजबूत हो तो लक्ष्य की प्राप्ति स्वयं पढ़ाई कर किया जा सकता है।जरूरत है अपना ध्यान केंद्रित करने का।ममता बताती है कि किसान पिता बृजभूषण सिंह और गृहणी माता रीमा कुमारी की सपनो को पूरा करने के लिए मैने यह लक्ष्य निर्धारित किया था।जिसमें माता पिता का हमेशा सकारात्म...