अमरोहा, अक्टूबर 2 -- श्रीरामलीला प्रबंध समिति मंदिर महादेव के संयोजन में चल रही रामलीला में लक्ष्मण को शक्ति लगने की लीला का मंचन किया गया। लंका दहन के बाद राम-रावण युद्ध शुरू हो जाता है। रावण की सेना के कई वीर योद्धा युद्ध में मारे जाते हैं। रावण का पुत्र मेघनाथ, लक्ष्मण जी से युद्ध करने युद्ध भूमि में आता है। मेघनाद, लक्ष्मण को शक्ति से मूर्छित कर देता है। पूरी वानर सेना शोक में डूब जाती है। हनुमानजी सुषेन वैध को लाते है। सुषेन वैध संजीवनी बूटी से लक्ष्मण जी की जान बचाने का उपाय बताते हैं। हनुमान जी संजीवनी बूटी लेने हिमालय पर्वत की ओर उड़ जाते है। रास्ते में कालनेमी का वध करने के बाद हनुमानजी संजीवनी बूटी ले आते हैं। सुषेन वैध लक्ष्मण जी बचा लेते है। पूरे पंडाल में जय श्रीराम का जयघोष होता है। इस दौरान समिति अध्यक्ष जागेश अग्रवाल, पवन ग...