अयोध्या, मार्च 8 -- अयोध्या, संवाददाता । लक्ष्मण किला के पूर्वाचार्य स्वामी सीताराम शरण महाराज की 27 वीं श्रद्धा एवं उल्लास के वातावरण में मनाई गई। इस अवसर पर उपस्थित संत-महंतो व जन प्रतिनिधियों के अलावा शिष्य परम्परा के श्रद्धालुओं ने आचार्य प्रवर को नमन कर उनके चित्र पट पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए लक्ष्मण किला धीश महंत मैथिली रमण शरण ने बताया कि गुरुदेव अपने त्याग, तपस्या और वैराग्य से अयोध्या के एक युग को रोशन किया। वे 1957 में श्री लक्ष्मण किलाधीश बने और 40 वर्षों की लंबी अवधि तक यश-कीर्ति का विस्तार करते हुए 1997 में इस संसार से भगवान के धाम को चले गए। श्रीश्री माँ आनन्दमयी, धर्म सम्राट करपात्री जी से लेकर प्रभुदत्त ब्रह्मचारी और धीरेन्द्र ब्रह्मचारी से लेकर चन्द्रा स्वामी तक रसिक उपासना के भाव...