गुमला, अक्टूबर 31 -- चैनपुर, बजरंग। गुमला जिले के चैनपुर प्रखंड के बारडीह पंचायत अंतर्गत तबेला लोटाकोना गांव की एक घटना ने एक बार फिर से ग्रामीण इलाकों में आधारभूत सुविधाओं की सच्चाई उजागर कर दी है। बुधवार की रात गांव की 58 वर्षीय राहिला टोप्पो को लकवा का गंभीर अटैक आया। महिला की नाजुक हालत देखकर परिजनों ने उन्हें तत्काल गुमला अस्पताल ले जाने की कोशिश की, मगर गांव तक सड़क न होने के कारण एम्बुलेंस वहां पहुंच ही नहीं सकी।ऐसे में महिला के बेटों और ग्रामीणों ने खाट को ही एम्बुलेंस बना लिया। राहिला टोप्पो को खाट पर लिटा कर कंधों पर उठाते हुए दो किमी से अधिक उबड़-खाबड़ और कीचड़ भरे रास्ते को पार किया गया, तब जाकर वे मुख्य सड़क तक पहुंचे। जहां से किसी तरह उसे गुमला ले जाया जा सका। इलाज में हुई यह देरी उनके जीवन के लिए खतरा बन गई थी। तबेला लोटाको...