फरीदाबाद, फरवरी 14 -- फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। आदिवासी जन जीवन के लिए प्रसिद्ध युगांडा की लकड़ी पर नक्काशी के लिए अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में काफी चर्चित हैं। आदिवासी जीवन को दर्शाने वाली लकड़ी की नक्काशी को देख पर्यटक आकर्षित हो रहे हैं। मेले में बिम्सटेक के पवेलियन में लिलियान स्टॉल लगाई हुई है। लिलियान वह पांच वर्षों से आ रही हैं। युगांडा में 40 से अधिक आदिवासी प्रजातियां रहती है, जिनकी अपनी मान्यताएं हैं। युगांडा में टोकरी बनाना, मिट्टी के बर्तन बनाना, लकड़ी पर नक्काशी प्रसिद्ध हैं। माकेंडे जनजाति के लोगों द्वारा लकड़ी पर की जाने वाली नक्काशी विश्व प्रसिद्ध है। अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में आना बहुत पसंद है, लेकिन पर्यटकाें का रुझान कम होने की वजह से निराश हैं। मेले के दूसरे सप्ताह तक लगभग सारा सामान बिक जाता था, लेकिन इस बार...