नई दिल्ली, मार्च 13 -- हर साल फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन का पर्व मनाया जाता है। इस साल यह उत्सव आज यानी 13 मार्च को मनाया जाएगा। आज देश भर में होलिका जलाई जाएगी। भले ही होलिका दहन का सनातन धर्म में खास महत्व माना गया है। लेकिन यह परंपरा सिर्फ अपनी धार्मिक मान्यताओं तक ही सीमित नहीं है। इसके पीछे गहरे वैज्ञानिक और पारंपरिक कारण भी छिपे हुए हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार होली दहन के दिन गोबर के उपलों से जलने वाली अग्नि बुरी शक्तियों को खत्म करके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती है। जबकि प्राचीन चिकित्सा पद्धति में गोबर को शुद्धिकरण के लिए प्रयोग किया जाता रहा है। इसके अलावा यह परंपरा पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा देती है। आइए जानते हैं आखिर क्यों होलिका दहन पर लकड़ी के जगह गोबर के उपलों का यूज करना चाहिए।हो...
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