गंगापार, अक्टूबर 7 -- मांडा, हिन्दुस्तान संवाद। आजादी के लंबे अंतराल के बाद भी दो ग्राम पंचायतों के कई मजरों को जोड़ने वाले नाले पर पुलिया नहीं बन सकी है। बरसात के मौसम में भी पानी भरे नाले पर लकड़ी की पुलिया खुद बनाकर किसान व आम लोग किसी तरह जान जोखिम में डालकर अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं। मांडा क्षेत्र के भवानीपुर ग्राम पंचायत के खैरुआ गांव के पश्चिमी छोर पर एक विशाल नाला है। नाले के दूसरी ओर खुरमा ग्राम पंचायत के कई गांव व मजरे हैं। भवानीपुर, खैरुआ व खुरमा गांव के तमाम किसानों की खेती दोनों गांवों में है। खैरुआ गांव के नाले पर पुल न होने से वाहनों को तो लगभग दस किमी सुरवांदलापुर से चक्कर लगाकर खुरमा गांव पहुंचना होता है, लेकिन नाले के रास्ते से यह दूरी एक किमी भी नहीं है। ग्रामीणों ने इस नाले पर स्वनिर्मित लकड़ी की पुलिया बनायी है और इस...