मुजफ्फरपुर, सितम्बर 18 -- मुजफ्फरपुर। सदर अस्पताल में बने मॉडल अस्पताल में मरीजों को घंटों कतार में लगने के बाद भी आधी दवा, अधूरी जांच ही मिल पा रही है। प्रतिदिन आठ सौ से एक हजार मरीज मॉडल अस्पताल की ओपीडी में इलाज के लिए आते हैं। रजिस्ट्रेशन, ओपीडी और उसके बाद दवा काउंटर पर लंबे इंतजार के बाद जब उन्हें दवा दी जाती है तो वह पूरी नहीं होती। पांच में से दो दवा उन्हें बाहर से ही खरीदनी पड़ती है। दवा के अलावा मॉडल अस्पताल में मरीजों को सभी जांच की सुविधा भी नहीं मिल रही है। जांच के लिए घंटों कतार में लगने के बाद जब मरीज का नंबर आता है तो उसे बताया जाता है कि जिस जांच के लिए वह घंटों से खड़े थे, उस जांच की किट ही अस्पताल में खत्म हो गई है। मरीजों का कहना है कि मॉडल अस्पताल होने के बाद भी यहां व्यवस्था अभी व्यवस्थित नहीं है, जिसके कारण सुविधा क...