गोपालगंज, मई 18 -- कुचायकोट,एक संवाददाता। धान की खेती के लिए खेत की तैयारी के साथ-साथ नर्सरी लगाने का समय आ रहा है। विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां जमीन निचली है और जलजमाव 40 से 50 सेंटीमीटर तक रहता है, वहां के किसानों को 25 मई से 10 जून के बीच धान की नर्सरी लगानी चाहिए। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार इस समय नर्सरी लगाने से उपयुक्त समय पर धान की रोपनी की जा सकेगी। केंद्रीय कृषि विज्ञान केंद्र सिपाया के परिक्षेत्र पदाधिकारी नवीन कुमार के अनुसार निचली भूमि में 140 से 150 दिनों में तैयार होने वाली लंबी अवधि की किस्मों की बुआई करनी चाहिए। इस प्रकार की भूमि के लिए राजश्री, राजेंद्र मंसूरी, बीपीटी, एस-204, और सवर्णा-शब्द वन जैसी किस्में श्रेष्ठ मानी गई हैं। इन किस्मों से अधिक पैदावार प्राप्त की जा सकती है। मध्य भूमि के लिए मध्यम अवधि की किस्में ...