गढ़वा, जून 8 -- गढ़वा, प्रतिनिधि। रोहिणी नक्षत्र रविवार को समाप्त हो गया। यह 25 मई से शुरू हुआ था। रोहिणी नक्षत्र समाप्त होने के बाद भी बारिश के अभाव में धान की खेती शुरू नहीं हुआ है। यहां तक कि धान के खेतों को भी अभी तैयार नहीं किया जा सका है। आम तौर पर रोहिणी नक्षत्र को कृषि कार्य के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। खरीफ फसल की तैयारी के लिए किसान लग जाते हैं। बारिश नहीं होने के कारण खेत बंजर पड़े हैं। कृषि विभाग के अनुसार राज्य में पहले ही मानसून आने की सूचना के साथ ही कृषि विभाग धान, मक्का सहित खरीफ फसलों के बीज का बुआई के लिए तैयारी शुरू कर दी है। धान, मक्का सहित अन्य खरीफ फसलों के बीज का बुआई के लिए प्रखंडों से लक्ष्य मांगा गया है। जिला कृषि पदाधिकारी शिवशंकर प्रसाद ने सभी प्रखंडों के प्रखंड कृषि पदाधिकारी को खरीफ फसलों का लक्ष्य प्रपत्र...