औरंगाबाद, जून 7 -- रोहिणी नक्षत्र के समाप्त होने से पहले कुटुंबा प्रखंड के कई किसान धान की नर्सरी तैयार करने में लगे हैं। यह नक्षत्र धान की नर्सरी के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। किसान अजीत कुमार पांडेय जैसे कुछ लोग इस काम में जुट गए हैं। अजीत बताते हैं कि वे हर साल इस नक्षत्र में नर्सरी तैयार करते हैं। हालांकि, ऐसे किसानों की संख्या बहुत कम है। सिंचाई सुविधाओं की कमी के कारण ज्यादातर किसान मानसूनी बारिश का इंतजार कर रहे हैं। हाल ही में हुई हल्की बारिश के बाद कुछ किसानों ने खेतों की जुताई शुरू कर दी है लेकिन नर्सरी के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध नहीं है। नहरों में पानी की आपूर्ति शुरू नहीं हुई है, और भूजल स्तर भी काफी नीचे चला गया है। अधिकांश जगहों पर सतही मोटर भी काम नहीं कर रहे हैं। कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ. अनूप चौबे ने सुझाव दिया है कि ल...