चाईबासा, अक्टूबर 3 -- सारंडा वन क्षेत्र को वाइल्ड लाइफ सेंचुरी घोषित करने के मुद्दे पर झारखंड सरकार द्वारा रोवांम फुटबॉल मैदान में आम सभा का आयोजन किया गया। इसमें लगभग 2500 ग्रामीण शामिल हुए और करीब तीन घंटे तक अपनी बात रखी। ग्रामीणों ने अपनी संस्कृति, परंपरा और आजीविका के सवालों को सर्वोच्च न्यायालय तक पहुँचाने की मांग की। सभा की शुरुआत सारंडा डीएफओ अभिरूप सिन्हा के संबोधन से हुई। इसके बाद दर्जनों ग्रामीणों ने सेंचुरी निर्माण का विरोध करते हुए तीर-धनुष उठाकर नारेबाजी की। ग्रामीण प्रतिनिधियों ने कहा कि यदि सेंचुरी बनी तो उनकी परंपराएं, संस्कृति और जीविका संकट में पड़ जाएगी। ग्रामसभा की अनुमति लिए बिना ऐसा कोई निर्णय स्वीकार्य नहीं है। रामेश्वर चांपिया, अमर सिंह सिद्धू, बुद्धराम सिद्धू, कृष्णा टोपनो समेत कई वक्ताओं ने कहा कि माइंस और उद्यो...