संभल, जून 18 -- राष्ट्रीय भ्रष्टाचार दमन परिषद के पदाधिकारियों ने मंगलवार को एसडीएम विकासचन्द्र को ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने कहा कि संभल ऐतिहासिक, धर्मिक व पौराणिक नगरी है और पृथ्वीराज चौहान की राजधानी रही है। यहां पर भगवान श्रीकल्कि का अवतार होना है। उसके बाद भी संभल पूरी तरह से उदासीन है। यहां आजादी के बाद से आज तक कोई विकास नहीं हुआ। इस कल्कि नगरी में कोई स्थाई रोजवेज बस स्टैंड नहीं है जो स्टैंड है वह अंग्रेजों के जमाने का जर्जर गिराऊ किराये की बिल्डिंग से संचालित हो रहा है। जहां पर यात्रियों के लिए कोई भी सुविधा नहीं है। उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में जलभराव हो जाता है और यातायात ठप हो जाता है। जिससे सरकार को राजस्व की हानि उठानी पड़तकी है। संभल शहर से अन्य शहरों के लिए आने जाने के लिए बसें भी नहीं हैं। ऐसे में यात्रियों को भार...