हाथरस, दिसम्बर 16 -- हाथरस, हिन्दुस्तान संवाद। मथुरा में हुए सड़क हादसे के बाद रोडवेज बसों व प्राइवेट बसों में पड़ताल की गई। इस दौरान रोडवेज बसों व प्राइवेट बसों में फायर सेफ्टी के पर्याप्त इंतजाम नहीं है। रोडवेज बसों में आपाता कालीन खिड़की भी भगवान भरोसे हैं। रोडवेज कर्मियों के द्वारा खिड़की खोलन का ट्रायल तक नहीं किया गया है। इस कारण खिड़की जाम हो गई है। इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। हाथरस डिपो में वर्तमान में 32 पुरानी बसें है। प्राइवेट बसों में नियम ताक पर रखकर यात्रियों को ढोया जा रहा है। शासन स्तर से सड़क दुर्घटनाओं को काम करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। सड़क सुरक्षा माह के तहत जिलेभर में अभियान चलाया जा रहा है। इसके बाद सड़क दुर्घटनाओं में कमी नहीं आ रही है। बीते दिनों रोडवेज बस टैंकर की समामई के निकट भिड़त हो गई। इसमें चा...