गिरडीह, सितम्बर 17 -- पीरटांड़। गिरिडीह जिले का अत्यंत पिछड़ा प्रखण्ड पीरटांड़ के हजारों मजदूर रोज मजदूरी के लिए जान जोखिम में डाल रहे हैं। रोजगार के अभाव में यहां के महिला पुरुष मजदूर काले खदानों में पसीना बहाकर दो वक्त की रोटी की जुगाड़ कर रहे हैं। दो वक्त की रोटी के लिए पीरटांड़ के मजदूर मालवाहक वाहनों में ठूंस ठूंसकर धनबाद जाते हैं। पीरटांड़ से धनबाद का सफर से लेकर मजदूरी करना जोखिम भरा काम होता है। देशभर में ख्यातिप्राप्त पारसनाथ की गोद में बसा पीरटांड़ में रोजी रोजगार की गंभीर समस्या है। गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र का लगभग एक लाख आबादी वाला प्रमुख हिस्सा पीरटांड़ में मजदूरों के लिए रोजगार का कोई साधन नहीं है। खेती किसानी के अलावा यहां रोजगार की कोई व्यवस्था नहीं है। कुछ मजदूर पारसनाथ में डोली मजदूरी का काम करते हैं। पर पारसनाथ में मजदूरी आनेवा...