अररिया, मार्च 5 -- जिस्म की अंदरूनी बीमारियों का खात्मा करने का बेहतरीन जरिया है रोजा जोकीहाट । (ए.सं.) माह ए रमजान में रोजा रखने की मजहबी के साथ साइंस में भी बड़ी अहमियत है। तीस दिन के रोजे रखने से इंसान के जिस्मानी व रूहानी ताकत को मजबूत बनाता है। रोजे बंदों का भूखे रहने का एहसास भी दिलाता है। इसके साथ ही इंसानियत की तालीम भी देता है। रोजा जिस्म की अंदरूनी बीमारियों का खात्मा करने का बेहतरीन जरिया है। आज की भाग दौड़ की जिंदगी में इंसान को अपने-अपने मजहबी तरीके से रोजा या उपवास रखना बेहद जरूरी है। इस संबंध में बायलॉजी के प्रो तबरेज आलम रोजा रखने की महत्व को बताते हुए कहा कि पहले दो रोजे के दौरान ब्लड शूगर लेवल गिरता है। उन्होंने कहा कि रोजा रखने से दिल का धड़कन और xखून का दबाव कम हो जाता है। उन्होंने कहा कि रोजा रखने से शरीर में ज़हरीले माद...