लखनऊ, अक्टूबर 29 -- साइबर धोखेबाजों ने लोगों को ठगने के लिए एक बड़ा नेटवर्क बना रखा है। यह इतना विशाल है कि रोजाना 4000 से 5000 मोबाइल नम्बर दूरसंचार विभाग चिह्नित कर बंद करा रहा है। इसके बावजूद धोखाधड़ी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में साइबर फ्रॉड पर शिकंजा और सख्त करने के लिए रिजर्व बैंक और डीओटी ने एफआरआई, यानी वित्तीय धोखाधड़ी जोखिम संकेतक पर बैंकों के साथ कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में बताया गया कि अब तक 220 करोड़ का वित्तीय नुकसान रोका गया है। इस कार्यशाला का उद्देश्य साइबर-सक्षम वित्तीय धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के साथ नागरिकों के डिजिटल लेनदेन को सुरक्षित बनाना था। इस कार्यशाला में मुख्य रूप से वित्तीय धोखाधड़ी जोखिम संकेतक पर चर्चा हुई जिसकी अध्यक्षता दूरसंचार विभाग के अपर महानिदेशक, वीरेंद्र कुमार ने की। इसम...