गढ़वा, फरवरी 1 -- गढ़वा, प्रतिनिधि। केंद्र सरकार संसद में केंद्रीय बजट पेश करने वाली है। युवाओं ने कहा कि बजट में रोजगारोन्मुखी शिक्षा के अलावा फीस की एकरूपता पर सरकार को विचार करना चाहिए। उसके अलावा हर जिले में बीएड, डीएलएड की पढ़ाई पर भी बजटीय प्रावधान करे। वहीं छोटे शहरों में भी प्रोफेशनल कोर्सेस की पढ़ाई की व्यवस्था हो। आमतौर पर ग्रेजुएशन के बाद छात्र प्रोफेशनल कोर्स की पढ़ाई के लिए बाहर जाते हैं। गरीब परिवार के बच्चे बाहर जाने में सक्षम नहीं होते। उनकी प्रतिभा कुंठित हो जाती है। केंद्र सरकार को बजट में आईआईटी और उसकी जैसी संस्थाओं की संख्या बढ़ाने पर जोर दे ताकि युवाओं को लाभ मिले। उसकी व्यवस्था और अबतक खुले आईआईटी कॉलेजों में शिक्षकों की कमी भी दूर हो। शिक्षकों कमी का दंश युवा झेल रहे हैं। उन्हें कॉलेजों का समुचित लाभ भी नहीं मिलता ह...
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