प्रयागराज, सितम्बर 27 -- प्रयागराज, संवाददाता। केस 1: प्रतापगढ़ की 17 वर्षीय छात्रा 12 सितंबर को बेली अस्पताल में एंटी-रैबीज इंजेक्शन लगवाने पहुंची। उसे मार्च में कुत्ते ने काट लिया था। तब उसकी परीक्षा चल रही थी इसलिए इंजेक्शन नहीं लगवा पाई थी। अस्पताल में पंखा चलने से उसे डर लग रहा था। पंखा बंद करने के बाद ही उसे इंजेक्शन लगाया गया। केस 2: सैदाबाद की एक महिला कॉल्विन अस्पताल में एंटी-रैबीज इंजेक्शन लगवाने आई थी। महाकुम्भ में जब उसे कुत्ते ने काटा था तब उसने एक इंजेक्शन लगवाया था। घर में जब वह पानी देखकर डरने लगी तब दोबारा इंजेक्शन लगवाने के लिए अस्पताल पहुंची। कॉल्विन अस्पताल में एंटी रैबीज अनुभाग के प्रभारी संजय कुमार पांडेय के अनुसार रैबीज एक घातक वायरस है जो संक्रमित पशुओं की लार से लोगों में फैलता है। रैबीज वायरस कुत्ते के अलावा, बिल...