बेगुसराय, मई 3 -- गढ़हरा(बरौनी),एक संवाददाता। रेलवे के अधिकारी व ठेकेदार की मिलीभगत होने की शिकायत गोपनीय तरीके से वरीय अधिकारियों को मिलने से जगह जगह विजिलेंस टीम की छापेमारी होने लगी है। बताया जाता है कि अब रेलवे के विभिन्न कार्यालयों, वर्कशॉप, डिपो आदि में मेटेरियल सप्लाई और स्टाफ्स का काम भी बड़े पैमाने पर संवेदक द्वारा ही किया जा रहा है। बड़े स्तर का संवेदक का काम कई जगहों पर होता है। उनका मिलना जुलना रेल के सम्बंधित अधिकारियों से भी होता है। इसकी भनक विजिलेंस टीम को लगते ही 1 मई को एक साथ कई जगहों पर हुई। इससे पूर्व भी कई जगहों पर छापेमारी के बाद आय व्यय के आंकड़ों को खंगालने से इसमें व्याप्त भ्रष्टाचार उजागर हुआ था। रेलवे की विस्तृत जमीन पर बसे रेलवे क्वार्टरों में डेढ़ हजार रेलकर्मियों के परिवार रहते हैं लेकिन क्वार्टरों के मेंटेनेंस क...