नई दिल्ली, अप्रैल 18 -- रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में कमी किए जाने के बाद भी कुछ बैंकों ने अभी तक ब्याज दरों में कटौती नहीं की है। खासतौर पर जिन लोगों ने पहले से होम या अन्य श्रेणी का ऋण ले रखा है, उनकी ईएमआई में कटौती नहीं की गई है। जबकि, काफी बैंकों ने नए लोन पर ब्याज दरों में कटौती की है और उसको लेकर प्रचार भी किया जा रहा है। ऐसे में लोन लेने वाले ग्राहक ब्याज दरों में कटौती कराने के लिए कुछ जरूरी विकल्प अपना सकते हैं।फिक्स्ड और फ्लोटिंग रेट का क्या है चक्कर बैंकों की तरफ से अपने ग्राहकों को फिक्स्ड या फ्लोटिंग रेट पर लोन मुहैया कराया जाता है। फिक्स्ड रेट का मतलब है कि अगर ग्राहक लोन लेते समय फिक्स्ड का विकल्प चुनता है तो रेपो रेट में कमी का लाभ ग्राहक को नहीं मिलता है। एक बार जिस दर पर लोन निर्धारित हो जाता है वही दर से ऋण की किस्त ...
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