चम्पावत, अगस्त 25 -- चम्पावत। केंद्रीय शीत जल मत्स्यकी अनुसंधान संस्थान में रेनबो ट्राउट मछली को संक्रमण से बचाया जाएगा। इसके लिए मछली को बॉथ टब ट्रीटमेंट के जरिए एरोमोनास टीका लगाया जाएगा। एरोमोनास हाइड्रोफिला बैक्ट्रिया से मछली को संक्रमण होता है। संस्थान में ट्रायल बेस पर मछलियों को टीका लगाया जाएगा। संस्थान के प्रभारी डॉ.किशोर कुणाल ने बताया कि बैक्ट्रिया पानी और हवा से मछली तक पहुंचता है। इससे बचाने के लिए ट्रायल बेस पर रेनबो ट्राउट मछली के बच्चों को बॉथ टब ट्रीटमेंट के जरिए टीका लगाया जाएगा। टीका लगाने का काम तीन माह तक चलेगा। सफलता मिलने पर मत्स्य पालकों को भी टीका उपलब्ध कराया जाएगा। वर्तमान में संस्थान में दो हजार से अधिक ट्राउट मछली पाली जा रही हैं।

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