जमशेदपुर, नवम्बर 20 -- अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद की ओर से गोलमुरी स्थित शहीद स्मारक में 1962 के भारत-चीन युद्ध के रेजांगला युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। यह युद्ध विश्व इतिहास की आठ सबसे भीषण लड़ाइयों में से एक माना जाता है। कार्यक्रम की शुरुआत शहीद स्मारक पर माल्यार्पण के साथ हुई, जहां पूर्व सैनिकों और पदाधिकारियों ने वीर जवानों के शौर्य को नमन किया। 18 हजार फीट की ऊंचाई और माइनस 40 डिग्री सेल्सियस के कठोर तापमान में लड़ी गई इस निर्णायक लड़ाई में कुमाऊं रेजीमेंट की 13वीं बटालियन की चार्ली कंपनी ने अतुलनीय वीरता दिखाई। परमवीर चक्र विजेता मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 123 जवानों ने चुशुल सेक्टर की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाई। इस कंपनी में अधिकांश जवान हरियाणा के रेवाड़ी क्षेत्र के अहीर समुदाय से थे। अंतिम सैन...