लखीसराय, अक्टूबर 13 -- चानन, निज संवाददाता। रेउटा काली मंदिर की महिमा काफी निराली है। यहां सचे मन से जो भी मांगा गया, मां ने उनकी मुरादें पूरी की है। 1955 में तत्कालीन मुखिया रेउटा निवासी राम किशुन महतो की अगुवाई में पहली बार तिरपाल चढ़ा कर प्रतिमा स्थापित की गई। मां की पहली प्रतिमा लखीसराय के फूलो पंडित द्वारा बनाया गया। पहली बार प्रतिमा स्थापित के बाद रेउटा के अलावा मननपुर, चुरामन बीघा एवं गोपालपुर के लोगों द्वारा चंदा कर छोटा मंदिर बनाया गया। पांच दशक तक उसी मंदिर में मां की प्रतिमा स्थापित की जाती थी। मंदिर को नया लूक 2010 में दिया गया। इस बार मननपुर बस्ती द्वारा मां की प्रतिमा स्थापित किया जायेगा। भंडार के विमल पंडित द्वारा मां की प्रतिमा बनाई जा रही है। मुखिया प्रतिनिधि शशि भूषण राय, उपमुखिया मुरारी महतो, चन्द्रशेखर मंडल, रामभरोस मंड...