मॉस्को, जून 18 -- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं तो वहीं कई बार उनका रुख अप्रत्याशित होता है। ऐसा ही जी-7 समिट के दौरान हुआ, जिसमें उम्मीद की जा रही थी कि यूक्रेन और रूस की जंग को लेकर कोई साझा और सख्त बयान जारी किया जाएगा। ऐसा नहीं हो सका। यही नहीं डोनाल्ड ट्रंप ने तो यहां तक कह दिया कि 2014 में क्रीमिया पर कब्जे के बाद रूस को जी-7 से बाहर करना गलत फैसला था। तब यह समूह जी-8 कहलाता था और रूस भी इसका मेंबर था। 1997 से 2013 तक रूस इसका सदस्य रहा था, लेकिन क्रीमिया के विलय के बाद कम्युनिस्ट देश को बाहर कर दिया गया। ट्रंप ने कहा कि यदि आज रूस जी-8 का सदस्य होता तो हम यह जंग न देख रहे होते। यूक्रेन पर रूस का इस तरह से हमला नहीं होता। यदि रूस जी-8 का सदस्य होता तो बात की जा सकती थी। मैं नहीं मानता कि उस समय रू...