नई दिल्ली, दिसम्बर 1 -- रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच बड़े रक्षा खरीद सौदों को लेकर बात होने वाली है। इसमें एसयू-57 लड़ाकू विमानों और एडवान्स्ड एस-500 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को लेकर प्रमुखता से बातचीत हो सकती है। अमेरिका की नाराजगी के बावजूद भारत और रूस के बीच रणनीतिक संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं। दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों के बाद अब आपसी सहयोग से सैन्य शक्ति बढ़ाने की भी पूरी तैयारी हो चुकी है।भारत को है ज्यादा विमानों की जरूरत भारत की वायुसेना इस समय लड़ाकू विमानों की कमी का सामना कर रही है। ऐसे में भारत के लिए भी डील जरूरी है। रूस की स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्ट इंस्टिट्यूट आज भी भारत को सबसे ज्यादा मिलिट्री हार्डवेयर सप्लाई करता है। भारत ने अमेरिका, फ्रांस समेत अन्य देशों से भी हथ...