नई दिल्ली, मार्च 1 -- रूस और यूरोप के बीच शक्ति संतुलन हमेशा से एक महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक विषय रहा है। यूक्रेन युद्ध के बाद से यह संघर्ष और अधिक जटिल हो गया है। पश्चिमी यूरोप, अमेरिका के सहयोग से रूस के खिलाफ मजबूती से खड़ा रहा है, लेकिन अगर अमेरिका अपना समर्थन वापस ले लेता है, तो यह पूरे शक्ति समीकरण को प्रभावित कर सकता है। इस लिहाज से 1 मार्च 2025 को विश्व राजनीति का एक बड़ा दिन माना जा सकता है। इस दिन यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच व्हाइट हाउस में तीखी नोकझोंक हुई। यह घटना न केवल यूक्रेन-अमेरिका संबंधों के लिए एक झटका थी, बल्कि यूरोप और रूस के बीच शक्ति संतुलन पर भी सवाल उठाती है। यदि अमेरिका यूक्रेन का समर्थन बंद कर देता है, तो क्या यूरोप अकेले रूस के खिलाफ खड़ा हो सकता है? आइए विस...