राकेश खत्री, दिसम्बर 16 -- चार साल में चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण विश्व को एक ओर असीमित जन-धन की हानि का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, इस युद्ध ने दुनिया की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर डाला है। इस युद्ध के सैन्य अभियानों और मिसाइल हमलों में केवल सैनिकों और आम लोगों को ही जान नहीं गंवानी पड़ रही है बल्कि प्रवासी परिंदे भी दम तोड़ रहे हैं। पक्षी विशेषज्ञों का कहना है कि इस जंग के दौरान हवा में घुले गोला-बारूद और मिसाइलों से हवा में घुली जहरीली गैसें इन बेकसूरों की जान ले रही हैं। यही कारण है कि इस युद्ध के कारण पिछले चार साल में साइबेरिया से भारत आने वाले प्रवासी परिंदों की तादाद घटती जा रही है। इसके साथ इन प्रवासी परिंदों के आगमन के समय में भी अंतर आ रहा है। अक्टूबर के पहले सप्ताह में उत्तराखंड के आसन वेटलैंड पहुंचने वाले अधिकांश परिंदे ...