अल्मोड़ा, जनवरी 31 -- अल्मोड़ा, कार्यालय संवाददाता। वनाग्नि प्रबंधन के स्याहीदेवी-शीतलाखेत मॉडल के अध्ययन के लिए तराई केंद्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर से 28 सदस्यीय दल शुक्रवार को शीतलाखेत पहुंचा। दल में 17 वनकर्मी और 11 जनप्रतिनिधि शामिल हैं। शीतलाखेत आगमन पर महिला मंगल दल सल्ला रौतेला और स्याहीदेवी विकास मंच शीतलाखेत के सदस्यों ने दल का स्वागत किया। पहले चरण में जंगल के दोस्त समिति के नरेंद्र बिष्ट ने आरक्षित वन क्षेत्र का भ्रमण कराया। दल को बताया गया कि जंगलों में आग का मुख्य कारण चीड़ की पत्तियां नहीं, बल्कि मानवीय लापरवाही होती है। दूसरे सत्र में सलाहकार गजेंद्र कुमार पाठक ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से स्याहीदेवी-शीतलाखेत मॉडल की विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान वन पंचायत मटीला के सरपंच प्रताप बिष्ट, चंदन भंडारी, गोपाल सिंह, प्र...