कौशाम्बी, नवम्बर 2 -- नगर पंचायत अजुहा के वार्ड नौ में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में रविवार को रुक्मिणी विवाह प्रसंग का वर्णन किया गया। इसे सुन श्रद्धालु भावविभोर हो उठे। कथावाचक श्याम जी महाराज ने कथा का रसपान कराते हुए कहा कि विदर्भ के राजा भीष्मक के घर रुक्मिणी का जन्म हुआ था। बाल अवस्था से भगवान श्रीकृष्ण को सच्चे हृदय से पति के रूप में चाहती थीं। लेकिन उनका भाई रुक्मिणी का विवाह शिशुपाल के साथ कराना चाहता था। भाई की इच्छा जाना तो उन्हें बड़ा दुख हुआ। अत: शुद्धमति के अंतपुर में एक सुदेव नामक ब्राम्हण आता-जाता था। रुक्मिणी ने उस ब्राम्हण से कहा कि वह श्रीकृष्ण से विवाह करना चाहती हैं। सात श्लोकों में लिखा हुआ मेरा पत्र तुम श्रीकृष्ण तक पहुंचा देना। कथावाचक ने बताया कि रुक्मिणी ने स्वयं को प्राप्त करने के लिए उपाय भी बताया। पत्र में रुक्म...