मुरादाबाद, मई 17 -- मुरादाबाद। एचआईवी एड्स जितनी खतरनाक बीमारी है उससे संक्रमित हो चुके कई मरीजों की तरफ से रिश्ता बनाने में कथित रूप से अंजाम दी जा रही धोखाधड़ी इससे भी ज्यादा खतरनाक शक्ल में सामने आ रही है। इसी तरह की धोखाधड़ी का शिकार हुए लोगों को एड्स की बीमारी के चंगुल में फंसने से रोकने के लिए पीईपी (पोस्ट एक्सपोजर प्रोफाइलैक्सिस थेरेपी) कारगर हो रही है। चिकित्सकों का कहना है कि शरीर में एड्स का संक्रमण हो जाने से पहले ही इसका प्रयोग होना कारगर है। इसे सुनिश्चित करने के लिए उस व्यक्ति का जागरूक होना बहुत जरूरी है जिसे एचआईवी एड्स पीड़ित व्यक्ति द्वारा अपने साथ कथित रूप से धोखाधड़ी होने का एहसास हो जाता है। मुरादाबाद में जिला अस्पताल स्थित एंटीरेटरोवायरल ट्रीटमेंट (एआरटी) सेंटर पर इस तरह के मामले बढ़ रहे हैं, जिसमें एचआईवी एड्स संक्र...