नई दिल्ली, नवम्बर 12 -- लालकिले के पास हुए ब्लास्ट में जान गंवाने वाला 22 वर्षीय पंकज सहनी सोमवार शाम को कैब से अपने रिश्तेदार को छोड़ने पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन गया था, लेकिन फिर घर नहीं लौटा। विस्फोट ने उनके घर के बड़े चिराग को बुझा दिया। परिवार के लोगों को विश्वास नहीं हो पा रहा है कि एक झटके में ही उनका लाडला उनसे दूर हो गया। कहां, घर में उसकी शादी की बातें चल रही थीं। परिजनों ने कई सपने संजो रखे थे। वह सब इस धमाके में खाक हो गए। पंकज मूलरूप से बिहार के समस्तीपुर जिले के खानपुर थाना क्षेत्र के हसनपुर पंचायत के फतेहपुर गांव का रहने वाला था। उसके चाचा रामदेव सहनी ने बताया कि पंकज के पिता बालक राम सहनी पिछले करीब 29 वर्षों से कंझावला के नजदीक उपकार विहार दिल्ली में रहते हैं और टैक्सी चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं। उनके दो बेटे और द...