बिहारशरीफ, मार्च 23 -- नालंदा के यात्री शेड को बना दिया तबेला फोटो: 23नालंदा02: यात्री शेड बना है तबेला। नालंदा, निज संवाददाता। लोक आस्था का महापर्व छठ हमारी लोक आस्था का पर्व है। छठ पर्व साल में दो बार चैत एवं कार्तिक महिने में मनाया जाता है। पहली अप्रैल मंगलवार को नहाय-खाय में व्रती पवित्र तालाब में स्नान ध्यान कर सूर्य मंदिर तक कष्टी देते हैं। कुल देवता की पूजा-अर्चना करने के बाद चावल, चना का दाल तथा कद्दू से बना प्रसाद ग्रहण करते हैं। बुधवार को लोहंडा होगा। प्रसाद ग्रहण करने के बाद व्रती 36 घंटे का निर्जला उपवास करेंगे। इससे शारीरिक और मानसिक शुद्धता मिलती है। गुरुवार को डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे। शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पारण करेंगे। ऐसी मान्यता है कि अर्घ्य देने से असाध्य रोग व कष्ट मिट जाते हैं। इतना हीं नहीं,...