शाहजहांपुर, दिसम्बर 8 -- गन्ना किसानों के लिए राहत और समृद्धि का नया रास्ता रिले इंटरक्रॉपिंग तकनीक से खुल रहा है। गन्ना शोध संस्थान के वैज्ञानिकों का मानना है कि इस पद्धति को अपनाने से न सिर्फ गन्ने की पैदावार बढ़ती है, बल्कि किसान की आमदनी भी लगभग तीन गुना होगी। गन्ना खेतों के बीच समय-समय पर अन्य फसलें बोने की यह तकनीक शाहजहांपुर, कांट, पुवायां, निगोही समेत अन्य जिलों के किसानों के लिए लाभदायक साबित हो रही है। रिले इंटरक्रॉपिंग के तहत गन्ने की कतारों के बीच दो महीने और सात महीने में तैयार होने वाली दो फसलें बोई जा रही हैं। वैज्ञानिकों ने बताया कि पहले चक्र में ऐसी फसलें लगाई जा रही हैं जो जल्दी तैयार हो जाती हैं, जबकि दूसरे चक्र में लहसुन और प्याज जैसी फसलें बोने की सलाह दी जा रही है। इन फसलों की खासियत यह है कि इनके तेज गंध वाले उत्सर्...