रांची, फरवरी 2 -- रांची, संवाददाता। रिम्स के मरीजों को आधे से अधिक दवाएं बाहर की दुकानों से लेनी पड़ रही हैं। हालांकि रिम्स प्रबंधन का दावा है कि उसके पास दवा का स्टॉक है। वार्डों में दवा उपलब्ध नहीं हो पाने का कारण नर्सिंग प्रभारी का मांग पत्र नहीं आना बताया जा रहा है। ऐसे में मरीज लिखी गई पांच में से करीब दो दवाएं बाहर खरीदने को विवश हैं। रिम्स के मेडिसिन आईसीयू, मेडिसिन वार्ड, सर्जरी आईसीयू, न्यूरो और ऑर्थो वार्ड में भर्ती मरीजों में से 60% से अधिक मरीज बाहर से हर दिन दवा लेकर आ रहे हैं। मरीजों का कहना है कि हर दिन 500 से 700 रुपये तक की दवा खरीदना पड़ रही है। रात में आने वालों को ज्यादा दिक्कत जो मरीज रात में इमरजेंसी में पहुंचते हैं, उन्हें चिकित्सक दवा लाने के लिए बाहर भेज देते हैं। बता दें कि रिम्स के नियमों के अनुसार इलाज वाली पर्...