रांची, दिसम्बर 15 -- रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरो। रिम्स पर इन दिनों झारखंड उच्च न्यायालय की पैनी नजर है। बावजूद इसके व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है। हालात ऐसे हैं कि रिम्स के ओपीडी में हर दिन लगभग 2000 मरीज आ रहे हैं, लेकिन इनमें अधिकांश को एक भी दवा रिम्स प्रबंधन उपलब्ध नहीं करा रहा है। डिस्पेंसरी में दवाएं उपलब्ध ही नहीं के चलते ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो ओपीडी डिस्पेंसरी की सूची (11 दिसंबर 2025) पर मरीजों को उपलब्ध करायी जाने वाली 62 दवाओं के नाम लिखे गए हैं। लेकिन इनमें से 51 दवा ऐसी है, जो यहां उपलब्ध ही नहीं है। कैटेगरी अनुसार बात करें तो 62 दवाओं की सूची में 36 दवाओं के टैबलेट, 18 के सिरप, सैचे, ड्रॉप्स ओर 8 दवाओं के आइंटमेंट, आई ड्रॉप व ईयर ड्रॉप शामिल हैं। वहीं, उपलब्ध दवाओं में 7 प्रकार के टैबलेट,...