मुरादाबाद, नवम्बर 15 -- सेवानिवृत्त बैंक प्रबंधक की हत्या के मामले में पूरक जांच में हो रही देरी से नाराज़ परिजनों ने शनिवार को डीआईजी मुनिराज जी से मुलाकात कर पुलिस की कार्यशैली पर आपत्ति जताई। परिजनों ने एक साल से अधिक समय से लंबित पूरक जांच रिपोर्ट, सूचना न देने और पारदर्शिता के अभाव को लेकर शिकायत पत्र सौंपा। मझोला थाना क्षेत्र में 16 अगस्त 2024 को सेवानिवृत बैंक प्रबंधक की हत्या कर दी गई थी। हत्या प्रकरण में मृतक के बेटे हर्षित चौधरी, बेटी मानसी चौधरी व भाई वीरेंद्र सिंह ने डीआईजी को बताया कि बीते 7 नवंबर 2024 को उन्होंने हत्याारोपी मनोज कुमार, वीरबाला यादव और संदिग्ध राजकुमार सिंह के बीच 13 से 17 अगस्त तक लगातार बातचीत तथा घटना वाले दिन तीनों के बीच हुई कॉल का रिकॉर्ड पुलिस को उपलब्ध कराया था। इन साक्ष्यों के आधार पर एसएसपी ने 9 नवंब...