बिजनौर, सितम्बर 12 -- गंगा की तेज धार से जूझ रहे रावली तटबंध को बचाने की कोशिश अब अंतिम चरण में पहुंचती दिखाई दे रही है। पिछले तीन दिन-रात से चल रहे प्रयासों के बाद करीब 650 मीटर लंबा नया तटबंध तैयार कर दिया गया है। अब केवल 50 मीटर का काम बाकी रह गया है। वही रावली साइड पर एक तरफ हो रहे कटान ने फिर से सिंचाई विभाग के माथे पर चिंता की लकीरें डाल दी है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा और खतरे पर काबू पा लिया जाएगा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बुधवार की रात नाव के सहारे ड्रेजिंग मशीन को गंगा में उतारा गया और बीच में जमा काफी सिल्ट को भी हटाने का का किया गया। इसके बावजूद टीम कटान को रोकने में नाकाम रही। गंगा ने रावली साइड से तटबंध पर कटान शुरू कर दिया है। जिससे दोबारा प्रशासन के माथे पर शिकन डाल दी है। वही...