नई दिल्ली, फरवरी 7 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। भारतीय रिजर्व बैंक ने पांच वर्ष बाद रेपो रेट यानी नीतिगत दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती का ऐलान किया है। इससे उन लोगों के लिए कर्ज सस्ता होने की उम्मीद बढ़ गई है जिन्होंने पहले से वाहन, आवास या व्यक्तिगत ऋण ले रखा है या फिर आगे कर्ज लेने जा रहे हैं। आरबीआई ने इससे पहले कोरोना के दौरान मई 2020 में रेपो दर में 40 आधार अंकों की कटौती करके इसे 4 प्रतिशत किया था। आर्थिक विकास को गति देने के लिए केंद्र सरकार ने खपत बढ़ाने के लिए बजट में काफी घोषणाएं की हैं। लोगों के पास बचत की धनराशि ज्यादा हो, इसके लिए आयकर छूट की सीमा को सीधे सात लाख से बढ़ाकर 12 लाख सालाना कर दिया गया है। ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में कमी को लेकर ऐलान कर सकता है क्योंकि मौजूदा वक्त में महंगाई दर ...