सिमडेगा, जून 22 -- सिमडेगा जिले के केरसई में स्थित इन डोंगरीटोली और रंगाटोली गांव के ग्रामीणों की विवशता देखिए। घर में बाइक और साइकिल तो है, पर स्थिति ऐसी है कि ग्रामीण उसे कभी घर नहीं ले जा सकते हैं। घर से दूर नदी के दूसरे छोर में स्थित एक पेड़ को ग्रामीणों की बाइक अथवा साइकिल शेड के रुप में इस्तेमाल करते हैं। कभी कभार तो घर की महिलाएं एवं छोटे बच्चे को ये भी नहीं पता रहता है कि उनके पापा अथवा पति के पास कौन से कलर की बाइक अथवा साइकिल है। ये दोनों गांव केरसई प्रखंड के बाघडेगा पंचायत में है। लगभग 150 के आसपास की आबादी वाले रंगाटोली एवं डोंगरीटोली गांव के बीच में एक नदी है। जहां आज भी पुल नहीं बन पाया है। नदी में पुल नहीं रहने के कारण ग्रामीण अपनी बाइक, साइकिल को घर तक नहीं ले जा पाते हैं। आखिर में एक महुआ पेड़ में किसी सीकड़ के सहारे बांधकर ...