उत्तरकाशी, अगस्त 16 -- उत्तरकाशी में आई भीषण आपदा ने धराली और हर्षिल गांव को सड़क मार्ग से तोड़ दिया है, लेकिन इन गांवों के लोगों के हौसले को नहीं तोड़ पाई। सड़कों के बंद होने से राशन और गैस सिलेंडर की सप्लाई रुक गई है और अब हर कदम पर जीवन की जंग लड़ते ये लोग कंधों पर बोझ लिए आंसुओं को छुपाते हुए आगे बढ़ रहे हैं। उनकी मेहनत और दर्दभरी उम्मीद हर उस दिल को छू रही है, जो इस संकट को देख रहा है।आपदा ने छीना सब कुछ उत्तरकाशी में हाल ही में आई आपदा ने धराली और हर्षिल गांव को सड़क मार्ग से अलग-थलग कर दिया। मिट्टी और पत्थरों ने रास्तों को लील लिया, जिसने इन गांवों की जिंदगी को भी थाम लिया।आंसुओं के साथ कंधों पर बोझ सड़कों के बंद होने से राशन और गैस सिलेंडर की आपूर्ति ठप हो गई। अब लोग कंधों पर भारी बोरियां और सिलेंडर लादकर अपने घरों की ओर बढ़ रहे ह...