घाटशिला, मार्च 8 -- चाकुलिया प्रखंड अंतर्गत जमुआ पंचायत में जनप्रतिनिधियों और नौकरशाहों की उदासीनता से समस्याओं का गुलाम बना राजस्व ग्राम पड़ासिया चिरागी से बेचिरागी गांव बन जाएगा। गांव तक जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है। ग्रामीण खाल का पानी पीते हैं। अन्य बुनियादी सुविधाओं से भी मरहूम हैं। बेटा-बेटियों की शादी भी मुश्किल हो गई है। अभी तक आठ परिवार गांव छोड़कर दूसरे गांव में जा बसे हैं, सिर्फ चार परिवार बचे हैं और जिल्लत की जिंदगी जी रहे हैं। उपेक्षा का अगर यही हाल रहा तो उक्त परिवार भी किसी दूसरे गांव में जाने के लिए विवश हो जाएंगे। ग्रामीण निराश और हताश हैं।यह गांव तीन दिशाओं में खेतों और एक दिशा में मुड़िया खाल से घिरा है। गांव तक जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है। ग्रामीण खेत की मेड़ से गुजर कर आना-जाना करते हैं। बरसात में यह गांव टापू बन...