प्रयागराज, नवम्बर 27 -- प्रयागराज। बढ़ते प्रदूषण और खेतों में रासायनिक उर्वरकों के जमकर बढ़ते इस्तेमाल ने मिट्टी की उर्वरक क्षमता को कम कर दिया है। कृषि विभाग ने मंडल में 1.22 लाख जगह से मिट्टी के नमूने लिए तो जांच में सच सामने आया। सुधार के लिए प्राकृतिक खेती को बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है। मंडल में गेहूं की उत्पादकता प्रति हेक्टेयर 28.15 क्विंटल होती थी। जो अब घटकर 24.04 क्विंटल प्रति हेक्टेयर रह गई है। वहीं मक्का का उत्पादन 18.25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होता था जो अब कम होकर 12.07 क्विंटल प्रति हेक्टेयर हो गया है। वहीं जौ 20.4 क्विंटल प्रति हेक्टेयर से घटकर 16.5 और धान 31.9 से घटकर 28.04 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पहुंच गया। क्षेत्रीय मृदा परीक्षण प्रयोगशाला के सहायक निदेशक पीयूष राय ने बताया कि मंडल के चार जिलों में इस वर्ष खरीफ की फस...