चित्रकूट, नवम्बर 19 -- चित्रकूट, संवाददाता। अखिल भारती सहकारी सप्ताह के तहत कृषि विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को नैनो उर्वरक का प्रयोग करने के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें नैनों उर्वरकों के प्रयोग की विधि, सावधानी एवं इनसे होने वाले लाभ की सूक्ष्म तकनीकी जानकारी दी गई। ताकि वह लोग क्षेत्र में किसानों को नैनो उर्वरक की खूबियों के प्रति जागरूक कर सकें। उप क्षेत्रीय प्रबंधक इफ्को राजवीर सिंह ने कहा कि नैनो उर्वरक ही हैं, जो कि रासायनिक उर्वरकों का विकल्प हो सकते हैं। धरती मां को बचाने में यह अपना योगदान भी दे सकते हैं। कहा कि नेनो डीएपी का प्रयोग करने से उत्पादित फसल की गुणवत्ता में वृद्धि होती है एवं एकरूपता रहती है। कीड़े बीमारी कम लगते हैं। खरपतवार की समस्या से निजात मिलती है। नैनो उर्वरकों पर सरकार को सब्सिडी मद में कोई भी व्...