मेरठ, मई 26 -- मेरठ। आर्य समाज थापर नगर में वीर सावरकर के जन्मदिवस पर सत्संग का आयोजन हुआ। वीर सावरकर के जीवन पर चर्चा करते हुए राजेश सेठी ने कहा कि राष्ट्र प्रेम से परिपूर्ण था वीर सावरकर का व्यक्तित्व। उन्होंने बताया कि विनायक दामोदर सावरकर ने बाल्यकाल में शिवाजी, महाराणा प्रताप, बाजीराव पेशवा आदि वीरों की जीवनगाथा को सुना था। राष्ट्र प्रेम की भावना उनमें में कूट-कूटकर भरी थी। 1905 में उनके द्वारा स्थापित अभिनव भारत द्वारा पुणे में दशहरे पर अंग्रेजी वस्त्रों की होली जलाई गई। उन्होंने ही सर्वप्रथम 1857 की क्रांति को प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का नाम दिया। इंडिया हाउस में 10 मई 1907 को इसकी स्वर्ण जयंती मनाई। अंग्रेज सरकार ने उन पर राजद्रोह का अभियोग लगाकर दो आजीवन कारावास 50 वर्ष की कठोर सजा दी। अंडमान निकोबार की सैल्युलर जेल में उन्हें अम...